Stock Market Mein Liquidity Kya Hota Hain : नमस्कार दोस्तों आज इस ब्लॉग में लिक्विडिटी के बारे में बात करेंगे | लिक्विडिटी क्या होता है ? कितने टाइप कर लिक्विड होता है ? और स्टॉक मार्केट में आप लिक्विडिटी स्टॉक को कैसे आईडेंटिफाई करेंगे ? इसके बारे में हम पूरी डिटेल में बात करेंगे सबसे पहले लिक्विडिटी का मतलब समझते हैं
Stock Market Mein Liquidity Kya Hota Hain ?
लिक्विडिटी क्या होता है ? Stock Market Mein Liquidity Kya Hota Hain ?
लिक्विडिटी का मतलब क्या होता है? दोस्तों इसको एक एग्जांपल से समझते हैं आपके पास दो घर है सपोच कीजिए आपका एक घर दिल्ली में है और आपका एक घर अपने गांव में हैं | तो इसमें से कौन से घर को आप आसानी से बेच के पैसा ले सकते हैं, जिस घर को आप आसानी से बेचकर के पैसा आपको मिल सकता है उसको लिक्विड Assets बोला जाता है | मेरे हिसाब से अगर आपका घर दिल्ली में है तो दिल्ली वाले घर को आप आसानी से बेचकर पैसा ले सकते हैं | वहीं अगर आपकी अपनी गांव का घर को बेचना होगा तो इसमें आपको टाइम लग सकता है | इस तरीके से हम किसी भी एसेट्स के लिक्विडिटी को चेक कर सकते हैं |
कितने टाइप का लिक्विड एसेट्स होता है ?
अब हम कुछ टाइप ऑफ एस्टेट्स को बारे में बात कर लेते हैं और इसको Identify करने की कोशिश करते हैं कि कौन सा एसेट्स ज्यादा लिक्विड है और कौन सा एसेट्स कम लिक्विड है | जैसे हम लेते हैं Cash, Gold, Stocks, Real Estate और Art | दोस्तों आप सबको पता होगा कि Cash को सबसे ज्यादा लिक्विड माना जाता है | गोल्ड को आप किसी भी ज्वेलरी के पास जाकर आसानी से बेचकर के पैसा दे सकते हैं इसलिए गोल्ड को भी लिक्विड माना जाता है उससे थोड़ा कम पर स्टॉक लिमिट होता है क्योंकि जब भी आप स्टॉक को सेल करेंगे तो उसका सेटलमेंट में T+1 Day का टाइम लगता है | यानि कि अगर आप आज सेल करते हैं स्टॉक को तो आपको कल या दो दिन बाद आपको पैसे मिलेंगे | लेकिन वहीं अगर आपको अपनी कोई प्रॉपर्टी बेचने है यह कोई आर्ट बेचना है तो उसमें आपको बहुत टाइम लग सकता है इसलिए रियल एस्टेट और आर्ट को बहुत कम लिक्विड एसएस माना जाता है | दोस्तों तो इस तरीके से हम किसी भी एसेट्स को लिक्विड वाइस कैटेगरीज कर सकते हैं |
स्टॉक मार्केट में आप लिक्विडिटी स्टॉक को कैसे आईडेंटिफाई करेंगे ?
अब हम देखते क्वालिटी का स्टॉक मार्केट में कई इंपोर्टेंस है | और एक लिक्विड स्टॉक को आप कैसे आईडेंटिफाई कर सकते हैं ? दोस्तों लिक्विड स्टॉक आईडेंटिफाई करने के लिए बहुत सारे तरीके होते हैं लेकिन इससे पहले हम बात करेंगे के स्टॉक मार्केट में इसका इंपोर्टेंट है दोस्तों स्टॉक मार्केट में आपको हाई लिक्विडिटी स्टॉक में ही इंवेस्टमेंट करना चाहिए इससे आपका इनवेस्टमेंट आपका स्टॉक आसानी से बाय ओर सेल हो जाता है | अब हम बात करते हैं कि आप किसी भी स्टाफ को कैसे हाई लिक्विडिटी स्टॉक कैसे आईडेंटिफाई कर सकते हैं इसको आइडेंटिफाई करने का तरीका होता है
1.आप उसको Market Capitalization के हिसाब से आईडेंटिफाई कर सकते हैं |
2.Ask और Bid प्राइस के बेस पर आईडेंटिफाई कर सकते हैं |
3.और दूसरा तरीका यह होता है कि आप उसे स्टॉक का Intraday Chart को देख करके भी आईडेंटिफाई कर सकते हैं ,
कि यह स्टॉक हाई लिक्विड है या नहीं है मार्केट कैपिटलाइजेशन की बात करें तो लाज मार्केट कैप में लिक्विडिटी बहुत ज्यादा होता है इसी में आपको इंवेस्टमेंट करना चाहिए जैसे HDFC BANK, TCS, RELIANCE, SBI यह सब कंपनियों ने आपका इनवेस्टमेंट सुरक्षित होता है | क्योंकि कि आप यहां पर आसानी से अपने स्टॉक को बाय ओर सेल कर सकते हैं इसमें आपको ज्यादा वेट नहीं करना पड़ता है आप जैसे ही और डर लगाएंगे आपका स्टॉप बाय और हो जाता है | दोस्तों लिक्विडिटी को आइडेंटिफाई करने के लिए दूसरा तरीका मैं बता रहा हूं कि आप Ask और Bid प्राइस से भी आईडेंटिफाई कर सकते हैं इसके लिए आप किसी भी ब्रोकर के एप्लीकेशन पर जाएंगे वहां पर आपको आस्क और विद प्राइस मिल जाएगा Ask और Bid प्राइस में जितना कम डिफ्रेंस होता है उतना ही ज्यादा लिक्विड स्टॉक होता है | और उसी में आपको इंवेस्टमेंट करना चाहिए दोस्तों इसके अलावा आप किसी भी स्टाफ का इंट्राडे चार्ट देखकर के भी पता कर सकते हैं कि इस स्टॉक में लिक्विडिटी है या नहीं है अगर इंट्राडे चार्ट पूरे फॉलो में है तो इसका मतलब यह होता है कि वह हाई लिक्विड स्टॉक है |
निष्कर्ष:
बहुत से इनवेस्टर ज्यादा रिटर्न के लिए और Small Cap कंपनियों में इनवेस्टमेंट करते हैं | लेकिन दोस्तों खोलकर कंपनियों में लिक्विडिटी बहुत कम होता है एक बार स्टॉक प्राइस नीचे जाने के बाद इसको ऊपर आने में प्राइज ऊपर उसने में बहुत टाइम लग सकता है इसलिए Small Cap स्टॉक में इनवेस्टमेंट आपके लिए रिस्की हो सकता है | दोस्तों इसलिए Small Cap कंपनियों में इन्वेस्ट करने से आपको बचना चाहिए |
आशा करता हूं लिक्विडिटी का यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा | अगर अभी भी लिक्विडिटी को लेकर आपके मन में कोई सवाल हैं तो नीचे कॉमेंट करके जरूर बताना | धन्यवाद
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FAQs
1. लिक्विडिटी क्या होती है?
उत्तर: लिक्विडिटी का मतलब है किसी संपत्ति को आसानी से बेचकर नकदी में बदलने की क्षमता। उदाहरण के लिए, नकदी सबसे अधिक तरल संपत्ति है, जबकि रियल एस्टेट कम तरल संपत्ति है।
2. स्टॉक मार्केट में लिक्विडिटी क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: स्टॉक मार्केट में लिक्विडिटी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपको अपने निवेश को आसानी से बेचने की अनुमति देती है। उच्च तरलता वाले स्टॉक में निवेश करने से आपको बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी अपने निवेश को आसानी से बेचने में मदद मिलती है।
3. हम स्टॉक मार्केट में लिक्विड स्टॉक को कैसे पहचान सकते हैं?
उत्तर: आप निम्नलिखित तरीकों से लिक्विड स्टॉक को पहचान सकते हैं:
Market Capitalization: बड़ी मार्केट कैप वाली कंपनियां आमतौर पर अधिक तरल होती हैं।
Ask और Bid प्राइस: अस्क और बिड प्राइस के बीच कम अंतर होने का मतलब है कि स्टॉक अधिक तरल है।
Trading Volume: उच्च ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले स्टॉक अधिक तरल होते हैं।
Intraday Chart: इंट्राडे चार्ट में लगातार गतिविधि होने का मतलब है कि स्टॉक अधिक Liquidity है।
4. क्या छोटी कंपनियों के शेयर भी Liquidity होते हैं?
उत्तर: नहीं, आमतौर पर छोटी कंपनियों के शेयर कम Liquidity होते हैं। इसका कारण यह है कि इनमें बड़ी कंपनियों की तुलना में कम ट्रेडिंग होती है।
5. क्यों हमें तरल स्टॉक में निवेश करना चाहिए?
उत्तर: Liquidity स्टॉक में निवेश करने के कई फायदे हैं, जैसे कि:
तेजी से निवेश निकालने की क्षमता: यदि आपको पैसे की जरूरत है तो आप Liquidity स्टॉक को आसानी से बेच सकते हैं।
कम स्लिपेज: Liquidity स्टॉक में स्लिपेज कम होता है, जिसका मतलब है कि आपको अपने ऑर्डर को पूरा करने के लिए कम कीमत चुकानी होगी।
बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान सुरक्षा: Liquidity स्टॉक में निवेश करने से बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान आपका निवेश अधिक सुरक्षित रहता है।