Trading vs Investing : Which is Best ? जानिए 21 साल के Real Market Data पे हुए एक जबरदस्त Analysis के बेसिस पर

Trading vs Investing : करोड़ों रुपए का सवाल यह है कि स्टॉक मार्केट में हमें Trading करना चाहिए या Investing ? क्या दोनों में हम एक जैसा Profit बना सकते हैं या दोनों में से कोई एक ही बेस्ट है ! जानेंगे हम ये सब कुछ 21 साल के रियल मार्केट डाटा पे हुए एक जबरदस्त एनालिसिस के बेसिस पर |

Trading vs Investing कौन सा Best हैं ?

Trading vs Investing

आइए ब्लॉग शुरू करते हैं दोस्तों चाहे हम Investing करें या Trading हमें Profit तब होता है जब हम शेयर्स को Low Price पर बाय करके उसे High Price पर सेल करते हैं | ऐसे में फिर Investing और Trading में डिफरेंस क्या है ? तो वो है साइकोलॉजी का Investing में जहां कंपनी के Business Growth के साथ लॉन्ग टर्म में Profit बनाने के लिए इन्वेस्ट किया जाता है वहीं Trading में शॉर्ट टर्म में सिर्फ कंपनी के Price Movement से Profit बनाने की कोशिश की जाती है | अब ऐसा नहीं है कि दोनों में से कोई एक तरीका सही है और दूसरा तरीका गलत है पर दोनों के Risk, Return और Profit बनाने के चांसेस बहुत अलग-अलग हैं |

इन्वेस्टर्स की बात करें तो स्टॉक मार्केट में बड़ा Profit तब होता है जब हम अच्छी कंपनियों में लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं | क्योंकि कंसिस्टेंट ग्रोथ होने की वजह से एक कंपनी लॉन्ग टर्म में बहुत ज्यादा बड़ी बन सकती है जिससे उसका शेयर प्राइस 100 गुना या 1000 गुना तक भी बढ़ सकता है|  दूसरी तरफ ट्रेडर्स यह मानते हैं कि स्टॉक मार्केट में Profit बनाने का बेस्ट तरीका यह है कि हम उन कंपनियों के शेयर बाय करें जिनके शेयर प्राइस ऑलरेडी ऊपर जा रहे हैं और जब उनकी शेयर प्राइस थोड़ी और ऊपर चली जाए तो हम उसे सेल कर दें और Profit बनाएं और ऐसा अगर हम बार-बार करते हैं तो हम 1 साल में अच्छा Profit बना सकते हैं | 

21 साल के Real मार्केट डाटा पे हुए एक Analysis 

दोस्तो अभी तक हमें ये दोनों स्ट्रैटेजी चाहे वो Investing हो चाहे Trading दोनों बिल्कुल लॉजिकल लग रही है आइए अब हम 21 साल के मार्केट डाटा पर हुए उस रिसर्च के बारे में जानते हैं और देखते हैं कि वहां से हमें क्या इंफॉर्मेशन मिलती है तो | दोस्तों यह रिसर्च हुआ था अमेरिका में और इसमें मार्केट डाटा लिया गया था 1 जनवरी 1996 से 31 दिसंबर 2016 तक का | इस एनालिसिस में यह माना गया कि 1 जनवरी 1996 को एक ट्रेडर और एक इन्वेस्टर दोनों $ 1 लाख US डॉलर से स्टॉक मार्केट में आते हैं इन्वेस्टर्स के लिए यह माना गया कि उसने अपने पूरे  1 लाख US डॉलर 1 जनवरी 1996 को ही Index Fund में इन्वेस्ट कर दिया और फिर उसने अपने इन्वेस्टमेंट को सीधा 21 सालों के बाद 31 दिसंबर 2016 को देखा वही ट्रेडर भी 1 जनवरी 1996 को 1 लाख US डॉलर लेके मार्केट में आया और उसने भी Index Fund को ही बाय और सेल किया |

Source : Motilal Oswal

पर ट्रेडर के लिए यह माना गया कि वह हर बार इंडेक्स को एकदम Low Price पर बाय करता है और उसे एकदम High Price होने पर सेल करता है | यानी कि ट्रेडर ने 21 सालों तक लगातार इंडेक्स को एकदम Low पे बाय किया और उसे एकदम Low पे सेल किया |

इन्वेस्टर ने 21 सालों में बनाए

फिर टाइम आया रिजल्ट का और 21 साल के रियल मार्केट डाटा के बेसिस पे ट्रेडर और इन्वेस्टर दोनों के Return को देखा गया | तो इन्वेस्टर ने इन 21 सालों में 8.12 परसेंट का Compound Return बनाया था | यानी उसके 1 लाख US डॉलर 21 साल में हो गए $5,15,000 US डॉलर |

ट्रेडर ने 21 सालों में बनाए

वहीं इन 21 सालों में लगभग 5292 Trading Days थे यानी इन 21 सालों में मार्केट 5209 टू Days ओपन था और इतने दिन मार्केट में Trading हुई थी | आप इस बात को बिल्कुल समझते हैं कि Trading में 90 परसेंट राइट होना इंपॉसिबल है | यहां तक दुनिया के बेस्ट ट्रेडर भी अपने ट्रेड्स में 50 पर के राइट होते हैं | पर इस रिसर्च में यह माना गया कि अगर ट्रेडर 99.99% दिनों में बेस्ट ट्रेड करता है और सिर्फ 0.09 परसेंट Days को मिस कर देता है यानी अगर ट्रेडर 5292 दिनों में से सिर्फ 5 बेस्ट Trading Days को मिस करता है तो उसका 21 सालों का कंपाउंड Return हो जाएगा सिर्फ 6 परसेंट | और उसके 1 लाख US डॉलर 21 सालों में हो जाए  3,40,000 US डॉलर |

दोस्तों इस बात को अब आप ध्यान से समझना ट्रेडर को 6 परसेंट का Return तब मिला है जब उसने 21 सालों में सिर्फ और सिर्फ 5 बेस्ट Days को मिस किया | पर हम और आप यह समझते हैं कि ट्रेडर रियल वर्ल्ड में इससे कहीं ज्यादा बेस्ट Days को मिस करेगा और अगर ट्रेडर ने 5292 Days में से सिर्फ 30 बेस्ट Days को मिस किया सिर्फ 30 तो उसे Profit होगा ही नहीं जी हां 21 सालों में सिर्फ 30 बेस्ट Days को मिस करने पर ट्रेडर का ओवरऑल Return हो जाएगा – 0.51 % और उसके 1 लाख US डॉलर 21 साल में हो जाएंगे सिर्फ $90,000 US डॉलर | यानी कि दोस्तों यहां पर एक ट्रेडर जो 21 साल तक कंटीन्यूअस Charts देखता रहा Volume देखता रहा तरह-तरह के Analysis करता रहा और इंडेक्स को Low पर बाय करके High पर सेल करने की कोशिश करता रहा वो सिर्फ 5 बेस्ट Days मिस करने के बाद भी उस इन्वेस्टर को बीट नहीं कर पाया जिसने शायद सिर्फ एक मिनट लगाकर इंडेक्स में इन्वेस्ट किया था और 21 सालों तक अपने इन्वेस्टमेंट को देखा भी नहीं | 

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निष्कर्ष

तो दोस्तों डाटा के इस Analysis से हमें यह शिक्षा मिलती है कि Trading में Profit बनाना बहुत-बहुत मुश्किल है | ऐसा नहीं है कि Trading में Profit बनाना इंपॉसिबल है पर जब काम आसानी से हो सकता है तो उसे खुद से डिफिकल्ट क्यों बनाना Trading के बारे में ऐसा कहा जाता है कि Trading आसान पैसा बनाने का सबसे मुश्किल तरीका है | तो दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है कि अब आप ये अच्छे से समझ गए होंगे कि स्टॉक मार्केट में हमें Trading करना चाहिए या Investing ब्लॉग अच्छा लगे तो कमेंट करके हमें जरूर बताइए ताकि हम आपकी पसंद को समझ सकें | Thank You So Much

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