10 SIP Investment Mistakes: दोस्तों मार्केट में 2000 से ज्यादा म्युचुअल फंड स्कीम हैं | जो एक रिटेल इन्वेस्टर है उसको समझ में नहीं आता कौन सा म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करें |तो इस ब्लॉग में मैं 10 बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण पॉइंट आप लोगों को बताने वाला हूं तो आप भी किसी भी म्युचुअल फंड में SIP करने जा रहे हैं या लामसम करने जा रहे हैं ये सारे पॉइंट्स चेक करेगा नहीं तो यही होगा क्योंकि मालूम है ना मार्केट में बहुत सारे स्कीम्स है सारे लोग बोल रहे हैं म्युचुअल फंड सही है सही है लेकिन अगर सही डायरेक्शन में सही म्युचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट नहीं करेंगे तो आपको रिटर्न नहीं मिलेगा तो चलिए देख लेते हैं इन सारे पॉइंट्स को
10 SIP Investment Mistakes
1.SIP के लिए Bank थ्रू ना करे
तो पहले पॉइंट है बैंक एक रिटेल इन्वेस्टर जब SIP करता है पहले तो बहुत सारे रिटेल इन्वेस्टर को मालूम ही नहीं की SIP क्या होता है ? SIP कैसे कर जाता है ? तो जो एक रिटेल इन्वेस्टर होता है क्या करता है मुझे SIP करनी है लेकिन मालूम ही नहीं कैसे इन्वेस्ट करें? तो बहुत सारे Beginners गलती क्या कर रहे हैं जाके बैंक में जाके विजिट करके और वहां से SIP अपना शुरू कर रहे हैं तो याद रखिए जब भी आप SIP शुरू करें तो आपको बैंक के थ्रू SIP नहीं करना है क्योंकि बैंक में जो Employee है वो आपको Regular मोड चिपकता है | जिसमें Expense Ratio ज्यादा होती है तो जब भी आप SIP करें बैंक के थ्रू ना करें |
2.Fund Selection
और दूसरा है फंड सिलेक्शन जैसा मैंने आपको बताया की मार्केट में 2000 से ज्यादा म्युचुअल फंड स्कीम है 2000 से ज्यादा म्युचुअल फंड स्कीम से तो जो एक रिटेल मिनिस्टर है उसको मालूम ही नहीं की कौन से म्युचुअल फंड में SIP करें | पहले कम आपको ये करना है की जब भी आप SIP ने की सोच रहे हैं तो पहले अपना गोल डिसाइड कर लीजिए की आप जो है कब तक इन्वेस्ट करना चाहते हैं आपका इन्वेस्टमेंट पीरियड कितने वक्त के लिए है | और मार्केट में बहुत सारे फंड हैं तो आपको क्या है एक है आपको FOF में आपको इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए और दूसरा है हाइब्रिड फंड हाइब्रिड फंड में भी आपको इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए और Large Cap Large Cap में भी इन्वेस्ट मत करिए क्योंकि अगर आपको Large Cap में इन्वेस्ट करना है तो बटर इन्वेस्टिंग Index Fund में इन्वेस्ट करिए | क्यों इसका रीजन ये है की जो ये जो Large Cap म्युचुअल फंड है ये इंडेक्स कोई बीट नहीं कर का रहा है तो इसमें Expense Ratio क्यों देना समझ रहे हैं तो बड़े करने में इन्वेस्ट ना करके Index Fund में इन्वेस्ट करिए वो सही रहेगा इसमें अच्छा सा रिटर्न्स मिल रहा है और इसमें Expense Ratio भी कम है | तो देखो फंड सिलेक्शन में बहुत सारे कैटिगरी है जैसे इक्विटी में आप इन्वेस्ट करने जाएंगे तो लार्ज कैप है मिडकैप Small Cap भी है Flexi Cap भी है तो आप अपने रिस्क के हिसाब से इन सारे फंड्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं | बहुत सारे लोग क्या करते हैं की 10000 SIP करना है तो इंटरनेशनल फंड में SIP शुरू कर दिए गलत अप्रोच है | 10000 की SIP है तो ELSS फंड में इन्वेस्ट कर दिया | कल तो एक हद हो गई वो क्या कर रहे हैं 10000 SIP कर रहे हैं और उनका जो टैक्स स्लैब है टैक्स मतलब में भी नहीं आते हैं और यह जो 10000 SIP कर रहे हैं तीन ELSS फंड में इन्वेस्ट किया है ये 10000, एक में 4000 एक में 3000 और एक में 3000 अब आप बताइए सही है क्या नहीं | तो जब भी आप SIP करने जा रहे हैं तो फंड सिलेक्शन बहुत जरूरी है अगर आपका 2000, 3000, 4000 SIP अमाउंट है तो मिडकैप Small Cap में इन्वेस्ट कर सकते हैं Flexi Cap में इन्वेस्ट कर सकते हैं अगर आप यंग हैं और आपका इन्वेस्टमेंट पीरियड लॉन्ग टर्म है सिंपल सा है | बहुत सारे फंड्स के चक्कर में आपको नहीं पढ़ना है बहुत सारे फ्रेंड्स मैं क्या होता है की रिटर्न नहीं मिलता है |
3.Growth vs. Dividend
तीसरा है ग्रोथ वर्सेस जब आप किसी म्युचुअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट करेंगे तो दो मोड होता है एक ग्रोथ और दूसरा होता है डिविडेंड तो ऑलवेज में सजेस्ट करता हूं की ग्रोथ में आपको इन्वेस्ट करना चाहिए | ग्रोथ में अगर आप इन्वेस्ट करेंगे तो जो डिविडेंड मिलता है वो रिइन्वेस्ट हो जाता है वहीं पर अगर हम डिविडेंड की बात करें तो डिविडेंड आपके अकाउंट में आएगा तो खर्च कर देंगे तो पावर ऑफ कंपाउंडिंग से पैसा बनाना है तो समय देना पड़ेगा और हमें रिइन्वेस्ट करते रहना है तो आप जब भी इन्वेस्ट करें ग्रोथ के थ्रू इन्वेस्ट करें तो क्योंकि वो उससे बेहतर हैं | मैंने आपको बता दिया की ग्रोथ के थ्रू इन्वेस्ट करना सही राहत है डिविडेंड उनके लिए सही राहत है जिसका मोटा पैसा है और अलग-अलग एसेट क्लास में पैसा लगा हुआ है लेकिन हम रिटेल मिनिस्टर हैं हमारे पास ज्यादा पैसा नहीं है 2000 से 20000 तक की SIP कर रहे हैं तो ग्रोथ वाला अच्छा है |
4.Direct vs. Regular
और अगला प्वाइंट है Direct वर्सेस Regular | जब भी आप किसी इक्विटी म्युचुअल फंड में SIP करेंगे तो दो मोड होता एक होता है Direct और दूसरा होता है Regular लेकिन जो एक रिटेल मिनिस्टर है उसको नहीं मालूम कौन सा मोड भैया कोई बोल दिया तो इसमें हम SIP कर दिए नहीं आपको Regular मोड में SIP नहीं करना है | आपको Direct के थ्रू SIP करना है इसमें Expense Ratio कम होती है इसमें आपको डिपेंड करता है कौन सा म्युचुअल फंड आप स्कीम में इन्वेस्ट करते हैं | एक से आपको कभी मिलेगा लेकिन वही पे अगर हम Regular की बात करें तो इसमें दो परसेंट से भी आपको ज्यादा फीस चार्ज करती है मल्टीनेशनल कंपनी | तो Regular के मुठ के थ्रू आपको इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए अगर आप 10 साल इसैपी कर दिए तो उसमें आपको 3 से 4 लाख का रिटर्न में वैरियेंस देखने को मिलेगा अगर आप Regular मोड के थ्रू इन्वेस्ट करते हैं | तो ऑलवेज इन्वेस्ट थ्रू Direct मोड |
5.कैटेगरी Overlapping से बचें
अगला प्वाइंट है कैटिगरी Overlapping | जैसे मैंने आपको बताया की बहुत सारे लोग गलती क्या कर रहे हैं Large Cap में इन्वेस्ट किया है तो जैसे मां लीजिए 20000 की SIP है तो बहुत सारे लोग गलती क्या कर रहे हैं Large Cap है तो दो Large Cap कैटिगरी में इन्वेस्ट कर दिया Mid Cap है तो चलो दो Mid Cap में इन्वेस्ट कर दिया Small Cap है तो चलो तीन Small Cap पकड़ लिया Flexi Cap है तो चलो Flexi Cap का दो फंड अलग-अलग Multinational कंपनी का सिलेक्ट कर लिया ! ये गलत तरीका है | ऐसा आपको नहीं करना है | जैसे 20000 अगर आपको SIP करना है तो एक पकड़ Mid लीजिए एक Small पकड़ लीजिए Flexi पकड़ लीजिए कुछ इंटरनेशनल भी कर सकते हैं तो आपको डायवर्सिफाई करके चलना है | आपको Overlapping नहीं करना है | क्योंकि होता क्या है जैसे मान लीजिए आपकी 20 हजार की SIP है तो अगर मान लीजिए यहां पे Axis Mid Cap है और ये HDFC का Mid Cap है तो इनके अगर आप टॉप 10 होल्डिंग देखेंगे तो बहुत सारे स्टॉक जो Same ही होते हैं तो जब भी आप स्कीम में इन्वेस्ट करें तो टॉप 10 होल्डिंग देख लीजिए की कहीं स्टॉक Same ही तो नहीं है | तो जब भी आप म्युचुअल फंड में SIP कर रहे हैं तो Overlapping आपको देखना है की कैटिगरी Overlapping आपको चेक करना ही है |
6. पिछले प्रदर्शन और रेटिंग को नज़रअंदाज़ करें:
अगला जो प्वाइंट हैं वो है पास्ट परफॉर्मेंस और रेटिंग्स | जब भी आप किसी स्कीम में SIP कर रहे हैं और कोई आपको बोल रहा है एजेंट की देखो इस Fund ने 2 साल में 30% रिटर्न निकाल के दिया या 40% का या 50% का तो आपको बिलीव नहीं करना है | क्योंकि यह है स्टॉक मार्केट माइक्रो इकोनामी क्या है अभी मार्केट का क्या हाल-चाल है तो ये तो स्टॉक मार्केट है कुछ भी हो सकता है तो पास्ट आपको परफॉर्मेंस देखकर किसी स्कीम में SIP करने का डिसीजन नहीं लेना है और रेटिंग्स पे तो बिल्कुल ध्यान नहीं देना है | तो पास्ट रेटिंग ये सब दिखाने वाली बातें हैं | तो जब भी आप किसी स्कीम में SIP कर रहे हैं तो पास्ट परफॉर्मेंस और रेटिंग देख के जज मत करिए की स्कीम में मुझे SIP करना है |
7.Expense Ratio
और अगला प्वाइंट है Expense Ratio | Expense Ratio देखना बहुत जरूरी है जैसे मां लीजिए आप यहां पे Axis Small Cap Direct में आप 2000 का SIP कर रहे हो राइट तो Axis Small Cap का जाके आपको Expense Ratio चेक करना है जैसे मां लीजिए इसका Expense Ratio 0. 54% है राइट तो इसी कैटिगरी में इसके ग्रुप में जाके आपको चेक करना है तो आप जाकर देख सकते हैं यहां पे Kotak Small Cap का यहां पे देख सकते हो Kotak Small Cap का Expense Ratio जाकर देखना है की कितना है अभी मुझे नहीं मालूम ये तो सिर्फ एग्जांपल के लिए ले लिया है तो जैसे मां लीजिए Kotak Small Cap फंड का Expense Ratio यहां पे 0.60 हैं |
तो इससे अंदाजा क्या लग रहा है आपको बताइए की Axis Small Cap का Expense Ratio यहां पे कम है वही पे अगर हम इसके ग्रुप की बात करें तो इसमें Expense Ratio ज्यादा है| तो Expense Ratio आपको देखना है क्योंकि यही Multinational कंपनी जो है रिटेल मिनिस्टर को चार्ज करती है |
तो जब भी आप किसी स्कीम में SIP करने जा रहे हैं तो आपको Expense Ratio देखना है |
8.डायवर्सिफिकेशन
अगला प्वाइंट है म्युचुअल फंड डायवर्सिफिकेशन | जैसे मैंने आपको बताया की अगर आपको 20 हजार SIP करना है तो आपको एक ही बास्केट में SIP नहीं करना है कुछ आपको Index Fund में कुछ Small cap में कुछ Mid Cap में कुछ International Fund में इस तरह से आपको SIP करना है | ऐसा नहीं की 20000 है तो 4 लार्ज कैप पकड़ लिए और इस में SIP कर रहे हैं, या दो इंडेक्स फंड पकड़ लिया और उसे में SIP कर रहे हैं या तीन-चार Flexi Cap पकड़ लिए और उसे में इन्वेस्ट कर रहे हैं | नहीं आपको अलग-अलग कैटिगरी में इन्वेस्ट करना चाहिए |
9.इंडेक्स फंड और ईटीएफ से बचें (मंदी बाजार को छोड़कर):
अगला है Avoid Index Fund और ETF | देखिए होता क्या है बहुत सारे आजकल मार्केट में चल रहा है की इस ETF में इन्वेस्ट कर लो उस ETF में इन्वेस्ट कर लो ! नहीं, ETF में कब इन्वेस्ट करना चाहिए जब मार्केट में गिरावट आए तब ETF में इन्वेस्ट करना चाहिए और मार्केट में जैसे मैं आपको बताया ना की 2000 से ज्यादा म्युचुअल फंड स्कीम में उसे तरह से ETF में भी बहुत सारे एट हैं तो बहुत सारे ETF में वॉल्यूम नहीं होता है | तो कुछ ETF है जो अच्छी हैं तो ETF में जब मार्केट में गिरावट है तब आपको इन्वेस्ट करना चाहिए | बात करें हम Index Fund की तो Index Fund में भी बहुत सारे इंडेक्स है तो आप HDFC का इंडेक्स Sensex प्लेन को सिलेक्ट करके उसमें आप SIP कर सकते हैं वो Index Fund सही है | तो Index Fund उसके लिए बटर है जो थोड़ा रिस्क कम लेना चाहता है उसके लिए ये सही होता है लेकिन अगर आप ये सोचने की चलो 20000 है पूरा पैसा हम Index Fund में इन्वेस्ट करें और आप यंग हैं तो नहीं आपको अलग-अलग कैटिगरी में भी थोड़ा सा 20-20 भी खेलने चाहिए तो अगर आप यंग हैं तो और भी जो कैटिगरी है उनमें भी आपको इन्वेस्ट करना चाहिए | लेकिन Index Fund में बिल्कुल आपको इन्वेस्ट करना चाहिए अगर आप रिस्क नहीं ले सकते हैं | लेकिन मैंने यहां पे Avoid क्यों लिख दिया क्योंकि बहुत सारे लोग Index Fund में ही एक नही दो दो तीन तीन Index Fund सिलेक्ट करके और उसमें SIP कर रहे हैं ऐसा आपको गलती नहीं करना | जैसे 20000 है तो तीन Index Fund सिलेक्ट कर लिया और इस में SIP कर रहे हैं क्या मतलब है कोई मतलब नहीं है Overlapping से, तो ऐसी गलती आपको नहीं करना है |
10.नियमित रूप से टॉप-अप करना
और अगला प्वाइंट है पर ईयर नियमित रूप से टॉप-अप करना | जैसे मां लीजिए आपने ए बी सी म्युचुअल फंड स्कीम में 10000 की SIP कर रहे हो तो SIP मैं आपको हर साल 10% या 20% का टॉप अप करते रहना है इन्फ्लेशन को बीट करने के लिए | तो आपका जो इन्वेस्टमेंट अमाउंट है वो बहुत ज्यादा हो जाएगा लॉन्ग पीरियड ऑफ टाइम में |
तो जब भी आप SIP कर रहे हैं टॉप अप करना मत भोले | बहुत सारे रिटेल मिनिस्टर क्या है चलो भैया 2000-3000 SIP कर रहे हैं बस यही चल रही है चल रही है नहीं तो महंगाई भी तो बाढ़ रही है 3000 कर दीजिए अगले साल 4000 ऐसे पढ़ते रहना है उसमें 10% – 20% मिनिमम आपको 10 से 20% का टॉप अप तो करते रहना है |
अगर आपके मन में कोई Doubt हैं तो नीचे Comment करके जरूर बताएएगा | धन्यवाद
FAQs
1. SIP शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह कहाँ है?
उत्तर: SIP शुरू करने के लिए बैंक की बजाय एक डायरेक्ट म्यूचुअल फंड या एक विश्वसनीय म्यूचुअल फंड हाउस का चयन करें। डायरेक्ट म्यूचुअल फंड्स में एक्सपेंस रेशियो कम होता है, जिससे आपको अधिक रिटर्न मिल सकता है।
2. मुझे किस म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश करना चाहिए?
उत्तर: म्यूचुअल फंड स्कीम का चयन करते समय अपने निवेश लक्ष्यों, जोखिम क्षमता और समय क्षितिज को ध्यान में रखें। लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप, फ्लेक्सी कैप जैसी विभिन्न श्रेणियों के फंड उपलब्ध हैं। आप अपने लिए सबसे उपयुक्त फंड चुनने के लिए एक वित्तीय सलाहकार से भी परामर्श ले सकते हैं।
3. ग्रोथ और डिविडेंड विकल्प में से मुझे किसका चयन करना चाहिए?
उत्तर: यदि आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं और धन संचित करना चाहते हैं, तो ग्रोथ विकल्प आपके लिए बेहतर होगा। ग्रोथ विकल्प में, डिविडेंड को फिर से निवेश किया जाता है, जिससे कंपाउंडिंग का प्रभाव बढ़ता है।
4. डायरेक्ट प्लान और रेगुलर प्लान में क्या अंतर है?
उत्तर: डायरेक्ट प्लान में एक्सपेंस रेशियो कम होता है क्योंकि इसमें कोई एजेंट कमीशन शामिल नहीं होता है। रेगुलर प्लान में एजेंट कमीशन शामिल होता है, जिसके कारण एक्सपेंस रेशियो अधिक होता है। इसलिए, डायरेक्ट प्लान में निवेश करना अधिक फायदेमंद होता है।
5. मुझे अपने SIP पोर्टफोलियो को कैसे डाइवर्सिफाई करना चाहिए?
उत्तर: आप विभिन्न श्रेणियों के म्यूचुअल फंड में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई कर सकते हैं, जैसे कि लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप, फ्लेक्सी कैप, और अंतर्राष्ट्रीय फंड। इसके अलावा, आप विभिन्न थीम आधारित फंडों में भी निवेश कर सकते हैं।